ओमेप्राज़ोल कैप्सूल के उपयोग व जानकारी
ओमेप्राज़ोल एक सॉल्ट नेम है। ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को ओमी और ओमेज़ आदि ब्रैंड नेम से भी जाना जाता है। ओमेप्राज़ोल कैप्सूल 10 एमजी, 20 एमजी व 40 एमजी की स्ट्रेंथ में अवेलेबल है।
ओमेप्राज़ोल कैप्सूल पेट में उत्पन होने वाले एसिड की मात्रा को कम करता है। ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का उपयोग पेट में जलन होने पर, पेट में गैस बनने पर, बदहजमी होने पर, खट्टी डकारें आने पर, सीने में जलन होने पर और पेट में अल्सर होने पर ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का उपयोग किया जाता है।
ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को डॉक्टर एनटीबायोटिक दवाओं या अन्य दवाओं के साथ, दवाओं की वजह से होने वाले साइड इफेक्ट्स को कम करने के लिए भी लेने की सलाह दे सकता है। जैसे दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं की वजह से पेट में जलन, पेट में दर्द या पेट में अल्सर हो सकती है। इसलिए इन साइड इफेक्ट्स को रोकने के लिए भी आपका डॉक्टर ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को दर्द की दवाओं के साथ लेने की सलाह दे सकता है।
ज्यादातर एनटीबायोटिक दवाओं के सामान्य साइड इफेक्ट्स में उल्टी आना, उल्टी आने का मन होना और पेट में गैस बन सकती है। इसलिए एनटीबायोटिक दवाओं की वजह से ये साइड इफेक्ट्स ना हो। इसलिए आपका डॉक्टर ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को एनटीबायोटिक दवाओं के साथ भी लेने की सलाह दे सकता है।
इसके अलावा ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का उपयोग कुछ मेडिकल कंडीशंस जैसे गैस्ट्रिक अल्सर, एसिड रिफ्लक्स और जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम को ट्रीट करने के लिए भी ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का उपयोग किया जाता है। जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है। जिसमें पेट में एसिड का उत्पादन बहुत अधिक होता है।
ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की डोज़ व इस्तेमाल करने का तरीका
18 वर्ष से अधिक उम्र के ज्यादातर व्यक्तियों को डॉक्टर ओमेप्राज़ोल 20 एमजी कैप्सूल को दिन में एक बार और सुबह खाली पेट लेने की सलाह देते है। लेकिन ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की खुराक उम्र, शरीर के वजन और बीमारी की गंभीरता के आधार पर कुछ व्यक्तियों में इससे अलग भी हो सकती है। इसलिए आपको ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। और डॉक्टर की सलाह के बिना ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को नहीं लेना चाहिए।
साइड इफेक्ट्स
वैसे तो ज्यादातर व्यक्तियों में ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की वजह से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते है। लेकिन कुछ परसेंट व्यक्तियों में ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की वजह से कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स हो सकते है। जैसे पेट में दर्द, पेट से गैस निकलना, मुँह में सूखापन, सिरदर्द, शरीर की मांसपेसियों या जोड़ो में दर्द होना, चक्कर आना व दस्त होने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की वजह से कुछ व्यक्तियों में कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
लंबे समय तक ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का सेवन करने से यानि कई महीनों या कई सालों तक ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को लेने से शरीर में विटामिन सी, विटामिन B12, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम की कमी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को 2 सप्ताह से अधिक नहीं लेना चाहिए।
इसके अलावा लंबे समय तक और दिन में कई बार ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को लेने से ऑस्टियोपोरोसिस होने का जोखिम अधिक हो जाता है। ऑस्टियोपोरोसिस होने पर शरीर की हड्डियाँ बहुत ही कमजोर व अंदर से खोखली हो जाती है। ओमेप्राज़ोल कैप्सूल की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस तभी होता है। जब ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का सेवन लगातार एक साल या उससे अधिक समय के लिए किया जाए। अगर आप दिन में कई बार ओमेप्राज़ोल कैप्सूल का सेवन करते है। तो इसकी वजह से भी ऑस्टियोपोरोसिस होने का रिस्क अधिक हो जाता है।
अगर आप दिन में कई बार या लंबे समय से ओमेप्राज़ोल कैप्सूल को ले रहे है। तो आपको कैल्शियम और विटामिन डी के सप्लीमेंट्स डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेते रहना चाहिए। ताकि ऑस्टियोपोरोसिस होने के जोखिम को कम किया जा सके। या आपको कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। और विटामिन डी के लिए हर रोज 10 से लेकर 15 मिनट सुबह की धुप में बैठना चाहिए।