यूडीलिव टैबलेट के उपयोग व जानकारी
यूडीलिव टैबलेट का उपयोग गॉल ब्लैडर की पथरी यानि पित की थैली में पथरी होने पर और लिवर की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। यूडीलिव टैबलेट गॉल ब्लैडर में पथरी बनने से रोकती है। और कोलेस्ट्रॉल से बनी गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म करने में मदद करती है। यूडीलिव टैबलेट केवल कोलेस्ट्रॉल से बनी गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म करती है।
अगर किसी व्यक्ति की गॉल ब्लैडर की पथरी बिलुरुबिन से बनी है। तो यूडीलिव टैबलेट बिलुरुबिन से बनी गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म नहीं करती है। लेकिन 80 परसेन्ट व्यक्तियों में गॉल ब्लैडर की पथरी कोलेस्ट्रॉल से ही बनी होती है। जो व्यक्ति गॉल ब्लैडर में पथरी होने पर सर्जरी नहीं करवाना चाहते है। या जिन व्यक्तियों की सर्जरी नहीं हो सकती है। उन व्यक्तियों को भी डॉक्टर गॉल ब्लैडर में पथरी को बनने से रोकने के लिए और गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म करने के लिए यूडीलिव टैबलेट को लेने की सलाह दे सकते है।
इसके अलावा लिवर की बीमारियां जैसे प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस होने पर भी डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट को लेने की सलाह दे सकते है। यूडीलिव टैबलेट लिवर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालती है। और लिवर की कार्यप्रणाली को अच्छा बनाती है।
यूडीलिव एक ब्रैन्ड नेम है। यूडीलिव टैबलेट के अंदर सॉल्ट कम्पोजीशन अर्सोडीओक्सीकॉलिक एसिड होता है। यूडीलिव टैबलेट 150 एमजी, 300 एमजी 450 एमजी व 600 एमजी की स्ट्रेंथ में अवेलेबल है।
यूडीलिव टैबलेट की डोज़ व इस्तेमाल करने का तरीका
यूडीलिव टैबलेट को खाना खाने के साथ या खाना खाने के तुरंत बाद लेना रेकमेंडेड होता है। कोलेस्ट्रॉल से बनी गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म करने के लिए डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट को शरीर के वजन के हिसाब से 6mg से लेकर 12mg/kg/day के हिसाब से डोज़ को 2 समान भागों में डिवाइड कर के या रात के समय एक डोज़ में भी लेने की सलाह दे सकते है। और प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस होने पर डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट को शरीर के वजन के हिसाब से 10mg/kg/day से लेकर 15mg/kg/day के हिसाब से डोज़ को 2 से लेकर 4 समान भागों में डिवाइड कर के लेने की सलाह देते है।
गॉल ब्लैडर की पथरी को खत्म करने के लिए डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट को लंबे समय तक लेने की सलाह दे सकते है। और आपको लगातार 2 साल तक भी यूडीलिव टैबलेट को लेना पड़ सकता है। यूडीलिव टैबलेट की डोज़ उम्र, शरीर के वजन और बीमारी की गंभीरता के आधार पर कुछ व्यक्तियों में इससे अलग भी हो सकती है। इसलिए आपको यूडीलिव टैबलेट को लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
साइड इफेक्ट्स
वैसे तो ज्यादातर व्यक्तियों में यूडीलिव टैबलेट की वजह से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते है। लेकिन कुछ परसेन्ट व्यक्तियों में यूडीलिव टैबलेट की वजह से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते है। जैसे उल्टी आना, उल्टी आने का मन होना, दस्त होना, कब्ज होना, सिरदर्द होना, पेट में दर्द होना, हेयर लोस्स होना, चक्कर आना, बदहजमी, त्वचा पर रैशेस, त्वचा पर खुजली, कमर में दर्द होना, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द होना, गले में खराश होना, जुकाम या बुखार होना आदि साइड इफेक्ट्स यूडीलिव टैबलेट की वजह से हो सकते है। अगर आपको यूडीलिव टैबलेट को लेने के बाद कोई भी असामान्य लक्षण होता है। तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
सावधानियां
- पेट में अल्सर होने पर, गॉल ब्लैडर में इन्फलेमेशन, यानि गॉल ब्लैडर में सूजन होने पर यूडीलिव टैबलेट को लेना रेकमेंडेड नहीं होता है। इसलिए इन कंडीशन्स में डॉक्टर की सलाह के बिना यूडीलिव टैबलेट को नहीं लेना चाहिए।
- यूडीलिव टैबलेट की वजह से दस्त होना एक सामान्य साइड इफ़ेक्ट है। अगर किसी व्यक्ति को यूडीलिव टैबलेट को लेने के बाद दस्त होने की समस्या होती है। तो आपका डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट की डोज़ को कम कर सकता है। और यदि किसी व्यक्ति को यूडीलिव टैबलेट की डोज़ को कम करने के बाद भी दस्त की समस्या बनी रहती है। तो आपका डॉक्टर यूडीलिव टैबलेट को बंद भी कर सकता है।
- अगर किसी व्यक्ति को यूडीलिव टैबलेट या इसके किसी भी इंग्रीडेंट जैसे अर्सोडीओक्सीकॉलिक आदि से एलर्जी है। तो ऐसे व्यक्तियों को यूडीलिव टैबलेट का सेवन नहीं करना चाहिए। और ऐसे व्यक्तियों को इसके बारे में डॉक्टर को भी बताना चाहिए।
क्या गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए यूडीलिव टैबलेट का सेवन सुरक्षित है?
प्रेगनेंट महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए यूडीलिव टैबलेट का सेवन करना रेकमेंडेड नहीं हैं। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं व स्तनपान करा रही महिलाओं को यूडीलिव टैबलेट को डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए।
Salt Composition - Ursodeoxycholic Acid
Drug Class - Biliary Agents
Pregnancy Category - Not Assigned
Manufacturer - Abbott
Dosage Forms & Strengths - 150 mg, 300 mg, 450 mg, 600 mg