अफिट्रा कैप्सूल के उपयोग व जानकारी
अफिट्रा कैप्सूल एक एंटीफंगल दवा है। अफिट्रा कैप्सूल का उपयोग फंगल इन्फेक्शन और यीस्ट इन्फेक्शन होने पर किया जाता है। त्वचा पर फंगल इन्फेक्शन होने पर त्वचा में लाल या सफेद रंग के धब्बे होना, त्वचा पर खुजली व जलन होना, त्वचा पर रैशेस होना, त्वचा पर दाद होना, त्वचा का पपड़ी बन कर उतरना और त्वचा में जख्म होना आदि लक्षण फंगल इन्फेक्शन होने पर दिखाई देने लगते हैं। फंगल इन्फेक्शन शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। लेकिन ज्यादातर व्यक्तियों में फंगल इन्फेक्शन नाखूनों, जाँघो, मुँह और पैरों में ही होता है।
महिलाओं की वजाइना में यीस्ट इन्फेक्शन होने पर भी अफिट्रा कैप्सूल का उपयोग किया जाता है। महिलाओं की वजाइना में यीस्ट इन्फेक्शन होने पर महिलाओं की वजाइना में जलन, खुजली, दर्द और सूजन हो सकती है। इसके अलावा सफ़ेद रंग का डिस्चार्ज भी हो सकता है।
अफिट्रा एक ब्रैन्ड नेम है।अफिट्रा कैप्सूल के अंदर सॉल्ट कम्पोजीशन इट्राकोनाजोल होता है। अफिट्रा कैप्सूल 50 एमजी, 100 एमजी व 200 एमजी की स्ट्रेंथ में अवेलेबल है।
अफिट्रा कैप्सूल की डोज़ व इस्तेमाल करने का तरीका
अफिट्रा कैप्सूल को खाना खाने के बाद तुरंत लेना रेकमेंडेड होता है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के ज्यादातर व्यक्तियों को डॉक्टर त्वचा पर फंगल इन्फेक्शन होने पर अफिट्रा 100 एमजी कैप्सूल को दिन में दो बार या अफिट्रा 200 एमजी कैप्सूल को दिन में 1 बार और 7 दिन से लेकर 14 दिन तक लगातार लेने की सलाह दे सकते है। मुँह में फंगल इन्फेक्शन होने पर डॉक्टर अफिट्रा सौ एमजी कैप्सूल को दिन में एक बार और 15 दिन तक लगातार लेने की सलाह दे सकते है। और महिलाओं की वजाइना में यीस्ट इन्फेक्शन होने पर डॉक्टर अफिट्रा सौ एमजी कैप्सूल के 2 कैप्सूल को एक साथ सुबह के समय लेने की सलाह देते है। और उसके 12 घंटे बाद अफिट्रा सौ एमजी कैप्सूल के 1 कैप्सूल को लेने की सलाह देते है। महिलाओं की वजाइना में यीस्ट इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए डॉक्टर अफिट्रा कैप्सूल को केवल 1 ही दिन लेने की सलाह देते है।
अफिट्रा कैप्सूल की डोज़ उम्र, शरीर के वजन और बीमारी की गंभीरता के आधार पर कुछ व्यक्तियों में इससे अलग भी हो सकती है। इसलिए आपको अफिट्रा कैप्सूल को लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
साइड इफेक्ट्स
वैसे तो ज्यादातर व्यक्तियों में अफिट्रा कैप्सूल की वजह से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते है। लेकिन कुछ परसेन्ट व्यक्तियों में अफिट्रा कैप्सूल की वजह से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते है। जैसे पेट में दर्द होना, सिरदर्द होना, भूख कम लगना, चक्कर आना, उल्टी आना, उल्टी आने का मन होना, सर्दी जुकाम होना, नाक से पानी बहना, धुँधला दिखाई देना, शरीर में थकान व कमजोरी महसूस होना, आँखों और त्वचा का पीला होना, दस्त होना, त्वचा पर रैशेस होना और त्वचा पर खुजली होना आदि साइड इफेक्ट्स अफिट्रा कैप्सूल की वजह से हो सकते है। अगर आपको अफिट्रा कैप्सूल को लेने के बाद कोई भी असामान्य लक्षण होता है। तो आपको तुरंत ही डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
सावधानियां
- खून पतला करने की दवाओं, मिर्गी या दौरे की दवाओं, टीबी के इलाज में उपयोग की जाने वाली दवाओं, कैंसर के इलाज में उपयोग की जाने वाली दवाओं और शुगर कम करने वाली दवाओं के साथ अफिट्रा कैप्सूल को लेना रेकमेंडेड नहीं होता है। इसलिए यदि आप ऐसी कोई दवा लेते है। तो आपको इसके बारे में डॉक्टर को बताना चाहिए।
- लिवर की और दिल से सम्बंधित कोई गंभीर बीमारी होने पर अफिट्रा कैप्सूल को लेना रेकमेंडेड नहीं होता है। इसलिए यदि आपको कोई ऐसी समस्या है। तो आपको इसके बारे में डॉक्टर को बताना चाहिए।
- अगर किसी व्यक्ति को अफिट्रा कैप्सूल या इसके किसी भी इंग्रीडेंट जैसे इट्राकोनाजोल आदि से एलर्जी है। तो ऐसे व्यक्तियों को अफिट्रा कैप्सूल का सेवन नहीं करना चाहिए। और ऐसे व्यक्तियों को इसके बारे में डॉक्टर को भी बताना चाहिए।
क्या गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए अफिट्रा कैप्सूल का सेवन सुरक्षित है?
प्रेगनेंट महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए अफिट्रा कैप्सूल का सेवन करना सुरक्षित व रेकमेंडेड नहीं हैं। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं और स्तनपान करा रही महिलाओं को अफिट्रा कैप्सूल को डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए।
नारियल तेल में एंटीफंगल गुण मौजूद होते है। और नारियल तेल फंगल इन्फेक्शन को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। इसलिए त्वचा पर और सिर में फंगल इन्फेक्शन होने पर नारियल तेल को हल्का सा माइक्रोवेव में गर्म करके दिन में 2 से लेकर 3 बार लगाने से नारियल तेल फंगल इन्फेक्शन को जल्दी ठीक करने में मदद कर सकता है।
Salt Composition - Itraconazole
Drug Class - Antifungal
Pregnancy Category - C
Manufacturer - Rapross Pharmaceuticals Pvt Ltd
Dosage Forms & Strengths - 50 mg, 100 mg, 200 mg